सूझ-बूझ ऊं सुळझाओ समस्या एक किसान हो, बो आपगै खेतां मं काम करगे घरै आवै हो। रा मं ही एक हलवाई गी दुकान ही। बीं दिन किसान किं जादा ऐ काम कर लियो हो अर बिनै भोत भूख लाग Read more about सूझ-बूझ ऊं सुळझाओ समस्या
हर आफत गो हल है एक टेम गी बात है। एक मिनख कनै एक गदियो हो। एक दिन बो गदियो एक दळडै मं पड़ग्यो जद भोत जतन केण गै भछै भी बो गदियो दळड़ै ऊं बारै कोनी निकळ सक्यो तो बण Read more about हर आफत गो हल है
राम नाम बिना मुकती ना होवै रेग्यो सुको लकड़ रे मनवा साचो नाम पकड़ रे राम नाम बिना मुकती ना होवै रेग्यो सुको लकड़ रे मनवा साचो नाम पकड़ रे.…(टेर)भाई-बन्धु कुटम्ब कबीलो ज्या मं रोक दी जड़ रे Read more about राम नाम बिना मुकती ना होवै रेग्यो सुको लकड़ रे मनवा साचो नाम पकड़ रे