• Create new account
  • Reset your password

User account menu

  • Log in
Home

Main navigation

  • मुखनपेज
    • क्हाणी
    • भजन
    • कैबत
    • मुहावरा
  • तिमाई पतरिका
  • प्रकाशित साहित्य
  • बागड़ी पंचांग
  • कोविड-19
  • गोपनीय नीति

Breadcrumb

  • Home

बागड़ी मुहावरे 1-60

1. जलमेड़ै नै पोतड़िया होयां सरसी।
अर्थ: जो जन्मा है उसके लिये कोई ना कोई व्यवस्था होगी।

हाल की सामग्री

  • बागड़ी गी तिमाई पतरिका अपरेल ऊं जून 2019
    6 months ago
  • गोपनीय नीति
    6 months ago
  • बागड़ी मुहावरे 1-60
    6 months ago
  • बागड़ी कैबत 1-30
    6 months ago
  • म्हानै अब के बचाले म्हारी मा बटाऊ आयो लेवण नै
    6 months ago
  • सासुड़ी ताना मार ओ भाई सागा बीर
    6 months ago
  • साधो भाई
    6 months ago
  • क्यूं भटकै ऐ घर मैं पिया तेरा
    6 months ago
  • ढूंढ लिया ऐ सखी जल थल सारा
    6 months ago
  • घोनी गी बेलण
    6 months ago

Footer menu

  • Contact

सम्पर्क करें

📧 info@bagri.org.in , मुख्य दफतर: 25/1 पीस लेआउट, कम्मनाहल्‍ली, बेंगलुरू, कर्नाटक, भारत-560084

Copyright © 2020 Nirmaan All Rights Reserved. Email: info@nirmaan.org.in

Copyright © 2025 - All rights reserved

Developed & Designed by NIRMAAN