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  • सासुड़ी ताना मार ओ भाई सागा बीर

सासुड़ी ताना मार ओ भाई सागा बीर -2
मं तो चार बजै सी जागी इतै मोटेड़ी जिठाणी आगी।
म्हाने मुका स्युं धमकागी  रे घायल  करो सरीर॥
सासुड़ी ताना मार ओ बाई सागा बीर -2

मं तो माजण लागी थाली रे म्हारी नणदल बड़ी अचाली।
मेरी सासु देगी गाळी रे मेर नेणा ढलियायों नीर॥
सासुड़ी ताना मार ओ बाई सागा बीर -2

मं तो पीसण लागी चाकी इतै आग्यो डेणियों डाकी।
म्हाने गाळी द्‍यगी मां की  रे कुण बंधाव धीर॥
सासुड़ी ताना मारै  ओ बाई सागा बीर -2

म्हारै घरगा माडी पोली बा आई सन्ता गी टोली।
मेरो  बालम लेली झोळी रे बणग्यो खास फकीर॥
सासुड़ी ताना मार ओ बाई सागा बीर -2

म्हारो पीर रेग्यो हीणो अब किस विध होसी जीणो।
बो तो घाव माल करीणो रे सुखीराम सरीर॥

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