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  • हर आफत गो हल है

एक टेम गी बात है। एक मिनख कनै एक गदियो हो। एक दिन बो गदियो एक दळडै मं पड़ग्यो जद भोत जतन केण गै भछै भी बो गदियो दळड़ै ऊं बारै कोनी निकळ सक्यो तो बण मिनख फेंसलो कर्यो ईं गदियै नै अठै ई बूरद्यां अर ईयां सोचगे बण मिनख बीं गदियै पर माटी रेड़नी सरू कर दी। थोड़ी देर तो गदियो अराम ऊं बेठ्यो रेयो पण जीयां ई बिंगै ऊपर बोळो भार होणलाग्योतो बण आ।पगै ऊपर ऊं माटी झाड़ दी माटी नीचै आई जनां बो गदियो माटी पर चडग्यो। ईयां किं टेम करतां-करतां गदियो दळडै ऊं बारै ऊपर आग्यो अर फेर दळडै ऊं बारै निकळग्यो।
सीख:-
1 जा ततो म्हे आफत बरगी माटी गै नीचै दबज्यां।
2 जा फेर आफत बरगी माटी नै निसरनी बणागे ऊंचा चडज्यां।

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