एकर गी बात है, कोई जगळ मं एक कागलो रेवंतो हो, बो भोत राजी हो,क्यूंन क बिंगी बोळी इच्छा कोनी ही। बो आपगी जिंदगी ऊं भोत राजी हो, पण एकर बण जंगळ मं एक हंस नै दरख लियो अर बिनै देखतां ई बो सोचण लाग्यो कि ओ जिनावर कितो सूणो है, इसो जिनावर तो मं पेलां कदेई कोनी देख्यो। इतो साफ अर इतो धोळो। ओ तो ईं जंगळ मं ओरां ऊं भोत धोळो अर सूणो है, ईं खातर तो भोत राजी रेवंतो होणो?
ईं पर हंस जबाब दिन्यो, हां मैं पेलां भोत राजी रेवंतो हो, जद ताईं मैं तोतै नै कोनी देख्यो। बिनै देखण गै बाद लागै है कि तोतो धरती गौ सारां ऊं सूणो जिनावर है।आपणै दोनां गै सरीर गो तो एक ई रंग है पण तोतै गै सरीर पर तो दो-दो रंग है, बिंगै गळ मं रातै रंग गो घेरो अर बो सुरख हर्यो रंग, साची बो भोत सूणो है।
अब कागलै सोच्यो कि हंस तो तोतै नै सूणो बतावै है, तो फेर बिनै देखणो पड़सी।कागलो तोतै कनै गेयो अर पूछ्यो बीरातूं तो दो-दो रंग पागे भोत राजी होसी? ईं पर तोतो बोल्यो, हां जद ताईं भोत राजी हो, जद ताईं मं मोर नै कोनी देख्यो। मेरै कनै तो दो ई रंग है पण मोर गै सरीर पर तो केई तरां गा रंग है।
अब कागलै सोच्यो सारां नाऊं राजी कुण है, इंगो तो मैं ठा लगागे रेस्यूं। ईं खातर अब मोर ऊं मिलणो पड़गो। कागलै सारै जंगळ मं मोर नै ढूंड्यो पण बिनै सारै जंगळ मं एक ऐ मोर कोनी मिल्यो अर मोर नै ढूंडतां-ढूंडतां बो एक चिड़िया घर मं उड़ग्यो, तो बण देख्यो कि मोर नै देखण लोग आयेड़ा है। अर बिंगे ऐड़ै-छेड़ै चोखौ भीड़ है। सारै लोगां गै जावण गै बाद कागलै मोर नै पूछ्यो, भाई तूं दुनियां गो सारां ऊं सूणो जिनावर है अर रंगबिरंगो है, तेरै सागै लोग फोटू खींचावै है। तनै तो भोत सूणो लागतो होणो अर तूं तो दुनियां गोसगळां ऊं राजी जिनावर होणो? ईं बात पर मोर दुखी होगे बोल्यो, भाई जे मैं सूणो ऊं तो के फर्क पड़ै है। मनै लोग ईं चिड़ियाघे मं केद करगे राखै है, पण तनै तो कोई चिड़ियाघर मं केद करगे कोनी राखै अर तूं जियां चावै जठै मर्जी घूम सकै है। ईं खातर दुनियां सरां ऊं राजी जिनावर तूं होणो चाईयै, क्यूं कि तूं अजाद है। कागलो हिरान रेग्यो, कयूं कि बिंगै जीवन गी हेसियत कोई दूसरो बताग्यो।
बेलियो, ईयां ई आपां सगळा लोग करां हा। आपां आपणी खुसियां अर गुणा गी बराबरी दूसरां ऊं करां हा, ईसा लोगां ऊं जकां गो रैण-सैण गो माहोल न्यारो होवै है।आपणी जिंदगी मं भोत सारी चीज ईसी होवै है जकी सिर्फ आपणै कनै है, पण आपां बिंगी अहमियत संझगे राजी कोनी होवां। पण दूसरां गी माड़ी सी खुसी भी आपां नै मोटी लागै है, जद आपां आपणी मोटी खुसियां नै इग्नोर करद्यां हां।